जगमोहन की हार का एक और खुलासा : भिक्षा के बहाने रावण ने किया सीता हरण, वहीं किया किरोड़ी ने – शर्मा

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मीनेष चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। उपचुनावों का बवाल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब आग में घी डालने का काम भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शंकर लाल शर्मा ने यह कहकर कर दिया कि रावण ने भी भिक्षा मांगने की बहाने सीता का हरण किया था। हो सकता है दौसा की जनता किरोड़ी लाल को रावण मान बैठी, इसी कारण से वोट नहीं डाला होगा।


सामान्य सीटों पर एसटी को टिकट, जनरल कहां जाएगा – भाजपा नेता शंकरलाल शर्मा
डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के बयानों की पश्चात दौसा से भाजपा के पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा ने मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के बयानों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- दौसा की जनता को धन्यवाद देने की जगह उस पर आरोप लगाना अन्याय है। महाराष्ट्र और हरियाणा में भी विपक्ष ने हार कबूल की। हार पचाना हर किसी के बस का रोग नहीं है। जिनको वो जयचंद कह रहे हैं। उनका एक डायलॉग और देखा। मेघनाद बनकर लक्ष्मण जैसे भाई को मारने की बात कर रहे थे। डॉक्टर साहब ने साधु वेश में भिक्षा भी मांगी। यह तो पब्लिक है, लोगों ने यह फैला दिया कि रावण ने भी साधु बनकर भिक्षा मांगी थी। सीता को हरण करके ले गया था। हमें समझ नहीं आ रहा वो किसे मेघनाद कह रहे हैं? इस प्रकार के बयानों से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जगमोहन के साथ जरूर गड़बड़ हुई है।


खुद सवाई माधोपुर से, भतीजा महुवा से, भाई दौसा से : आखिरी जनरल जाएगा कहां – भाजपा नेता शंकर लाल शर्मा
दौसा को लेकर शंकरलाल शर्मा ने कहा कि शुरुआत में मेरा विरोध था। विरोध केवल इस बात का था कि जनरल सीटों के ऊपर हर समय एसटी को टिकट देंगे। आखिर जनरल कहां जाएगा? डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा को ले लीजिए। दूसरों को छोड़ो, डॉक्टर साहब के भतीजे को महुआ में टिकट दे दिया। खुद डॉक्टर साहब को सवाई माधोपुर दे दिया। भाई को दौसा में दे दिया। यह तो विरोध आपस में चलता रहता है।


बिन बुलाए तो भगवान के भी नहीं जाऊंगा -शर्मा
भाजपा नेता शंकरलाल शर्मा ने कहा कि जहां तक चुनाव में मेरे दिखाई नहीं देने का सवाल है। यह इलेक्शन है। चारों तरफ से ब्राह्मणों को, हर कास्ट के नेताओं को दौसा के अंदर लाकर डाल दिया। जब मैं दौसा का एमएलए रहा हूं। उसके बाद में दो चुनाव लड़ चुका हूं और सेवा की है। लोगों से इज्जत प्राप्त की है, लेकिन उसके बावजूद भी मेरे को पूछा नहीं गया। बिन पूछे कहा जाता। एक बात तो है ब्राह्मण आदमी हूं, मैं बिना बुलाए भगवान के भी नहीं जाऊंगा। जब मेरी जरूरत ही नहीं है तो मैं क्यों जाऊं?


जगमोहन तो केवल 2300 वोटों से हारे
चुनाव परिणाम के बाद डॉक्टर किरोड़ी और जगमोहन मीणा के बयान और लोगों के ऊपर आरोप सुने हैं, वे दौसा के लोगों को धन्यवाद देने की जगह आरोप लगा रहे हैं। यह समझ से बाहर है। 2018 में जो चुनाव हुए। मीणा हाईकोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए। हम 8 सीटें हार गए, क्या विश्वासघात प्रधानमंत्री ने किया या डॉक्टर साहब ने किया? हम किस पर आरोप लगा रहे हैं? मैं 50000 से हारा, फिर मैं 30000 से हारा, किसके ऊपर विश्वासघात के आरोप लगा रहे हैं। जगमोहन मीणा तो केवल 2300 वोटों से हारे हैं।


किरोड़ी का इशारा सांसद मुरारीलाल की तरफ होगा, अपने तो वो ही हैं -भाजपा नेता शर्मा
शंकर लाल ने कहा कि डॉक्टर किरोडी कह रहे हैं अपनों ने मारा है, इस बयान पर पलटवार करते हुए शंकरलाल शर्मा ने कहा कि एक ही बात मान कर चल सकता हूं, जैसे डॉक्टर साहब के बारे में शुरू से कहा जाता था कि मुरारीलाल मीणा से सेटिंग है। एमपी और एमएलए के चुनाव में भी यह बात आई। हो सकता है डॉक्टर साहब का इशारा मुरारी की तरफ हो। इशारा कहीं उनकी तरफ तो नहीं है। अपनों ने लूटा वाली बात तो उन पर ही लागू होती है। बीजेपी में तो सब ने वोट दिया है। पारिवारिक लगाव होता है तो आदमी ऐसी बात कहता है।

जगमोहन का किरोड़ी के भाई के अलावा राजनीतिक आधार नहीं
जगमोहन मीणा डॉक्टर साहब के भाई हैं। इसके अलावा दौसा में उनकी राजनीतिक और सामाजिक पहचान नहीं है।
जगमोहन का किरोड़ी के भाई के अलावा राजनीतिक आधार नहीं
भाजपा नेता और पूर्व विधायक ने कहा- मैं कार्यकर्ता रहा हूं, दौसा की सेवा की है। आज आप लोगों से पूछ लीजिए 90% क्या 100% लोग यही कहेंगे की जगमोहन का किरोड़ी के भाई होने के अलावा उनका राजनीतिक तौर से कोई आधार नहीं है।


किरोड़ी राजपा में थे तो हम 5 सीटें जीते, भाजपा में आए तो 8 हार गए
दौसा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा ने कहा कि जब एमपी के चुनाव हुए तो डॉक्टर साहब ने दौसा उम्मीदवार कन्हैयालाल मीणा को सबसे कमजोर बताया था। मैंने सबके सामने कहा था कि यह गलत बात है। कन्हैयालाल मीणा सबको साथ लेकर चलने वाले नेता हैं। किरोड़ी ने मुझ पर आरोप लगाया था कि मुझे नहीं बुलाया। तभी मैंने कहा था कि किरोड़ी जब राजपा में थे तो हम पांच सीट जीते थे। बीजेपी में किरोड़ी आए हम 8 सीट हार गए। लोकसभा चुनावों में किरोड़ी ने जो काम किया वो सबको मालूम है।
एक कहावत है पाप सिर्फ पर चढ़कर बोलता है कहीं ऐसा तो नहीं कि अब धीरे-धीरे पाप का घड़ा फूट रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि जो बात अभी धीरे-धीरे सामने आ रही है यही डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को सबक सिखाने वाली बात साबित हो सकती है।