बैलेट पेपर से होंगे पंच-सरपंच के चुनाव : नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा

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मीनेष चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर।  राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन (UDH) मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- सरपंच और पंच के चुनाव इस बार बैलेट पेपर से होंगे। हाथों-हाथ रिजल्ट जारी किया जाएगा। यह बात उन्होंने अपने बीकानेर दौरे के दौरान कहीं।


सरकार की मनसा — ‘एक राज्य, एक चुनाव’ :-

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार की मनसा है कि ‘एक राज्य, एक चुनाव’ की सोच के साथ ही राजस्थान आगे बढ़ाते हुए नगर निगम, नगर परिषद, पंचायत समिति, जिला परिषद और ग्राम पंचायतों के चुनाव एक साथ ही होंगे। इस दौरान ईवीएम की कमी नहीं आएगी। चुनाव आयोग से इस बारे में चर्चा हो रही है। हालांकि अभी ये तय नहीं है कि मेयर या सभापति के चुनाव सीधे तौर पर होंगे या फिर पार्षदों के माध्यम से चुने जाएंगे। दोनों ही स्थितियों में आशंका कायम है। ऐसे में जल्द ही उच्च स्तरीय चर्चा के बाद इस पर निर्णय किया जाएगा।


गहलोत सरकार ने जनता की जेब से निकाले 13.5 लाख करोड़ रुपए :-

पट्टे घोटाले के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए मंत्री खर्रा ने दावा किया कि पिछली गहलोत सरकार ने पट्टा देने के नाम पर राजस्थान की जनता की जेब से करीब 13.5 लाख करोड़ रुपए निकाले। लेकिन, सरकारी खजाने में महज 7 हजार करोड़ रुपए ही जमा हुए।


हमारी सरकार ने पट्टे 501 रुपए में दिए :-

उन्होंने पिछली गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कि पट्टा वितरण कार्यक्रम में 13 लाख पट्टे जारी हुए। इस अभियान के दौरान सरकारी खजाने में 7 हजार करोड़ रुपए का राजस्व सरकार को मिला। मेरा अनुमान है कि आम जन की जेब से लगभग तेरह-साढ़े तेरह लाख करोड़ रुपए की राशि निकली। उन्होंने दावा किया कि बीकानेर में अभियान के दौरान जिसने भी पट्टा लिया, उससे ईमानदारी से पूछ लें कि 501 रुपए में पट्टा मिला या फिर इससे ज्यादा का। कांग्रेस को हिसाब तो देना ही पड़ेगा।