उत्तर पश्चिम रेलवे का विद्युतीकरण हो रहा है कार्य युद्धस्तर पर

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मीनेष चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे पर पर्यावरण अनूकुल रेल संचालन के लिए ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे विद्युत विभाग द्वारा विद्युतीकरण का कार्य युद्धस्तर पर करते हुए अब तक कुल 5312 रुट किलोमीटर विधुतीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है ।


5312 किलोमीटर ब्राडगेज लाइनों का विद्युतीकरण :-
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक श्री अमिताभ के कुशल दिशा-निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल विद्युतीकरण के कार्य तीव्र गति से किए जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 5312 रुट किलोमीटर ब्राडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जो उत्तर पश्चिम रेलवे के ब्रॉडगेज नेटवर्क का लगभग 98 प्रतिशत है। वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 320 रेलसेवाएं विद्युत ट्रैक्शन पर संचालित की जा रही है।


320 रेल सेवाओं का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर  :-
उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2023-24 में कुल 1127 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य विधुत इंजीनियर श्री मनीष गुप्ता एवं उनकी टीम द्वारा इस वर्ष अब तक सरूपसर-अनूपगढ़ (58 km), जैसलमेर-आशापुरा गोमट (106 km) रेलमार्ग के साथ ही इसी माह 07 अगस्त को फुलेरा- मकराना (64 km) रेल खंड का विधुतीकरण पूर्ण किया गया है। शेष बचे बिच्छीवाडा – हिम्मतनगर (70km) एवं थैयात हमीरा – सानू (56km) रेलखंड का विधुतीकरण 30 सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जायेगा । दौसा-गंगापुर सिटी (93 km) रेलखंड का विधुतीकरण अगले वित्त वर्ष में पूर्ण किया जाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अब तक कुल 320 रेल सेवाओं का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर  किया जा रहा है।


विद्युतीकरण होने से बढ़ेगी ट्रेनों की रफ़्तार  :-
उत्तर पश्चिम रेलवे यात्रियों की सुविधाओं के लिए कृत संकल्पित हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे पर सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण होने से ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ेगी जिससे यात्रा समय में बचत होगी साथ ही डीजल की जगह बिजली के प्रयोग से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा व राजस्व में भी बचत होगी।