मीनेष चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
अलवर। एक तरफ सरकार लोक कल्याण की भावना से काम करने का वादा करती है तो दूसरी तरफ मुर्दा को जलाने के लिए बने-बनाया शमशान घाट को तोड़ कर रहा है। ऐसा ही एक मामले का खुलासा कर रहा है हैलो सरकार।
शमशान को विकसित नहीं किया तो होगा बड़ा आंदोलन :-
गौरतलब है कि अलवर UIT की ओर से बुध विहार कच्ची बस्ती की तरफ श्मशान के टीनशेड को बुलडोजर से तोड़ने के विरोध में गुरुवार सुबह लोग श्मशान घाट पहुंचे। खुलकर यूआईटी प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया। इसके बाद कलेक्टर को ज्ञापन देने गए। यह चेताया कि इसी जगह श्मशान को विकसित नहीं किया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

शमशान की जमीन को बेचना चाहता है यूआईटी :-
स्थानीय निवासियों के साथ भीड़ में उपस्थित पार्षद दुर्गा सिंह व निवासी राम किशोर ने बताया कि यह श्मशान घाट करीब 150 साल पुराना है। बगल में सेना की जमीन भी है। सेना ने भी कुछ जमीन श्मशान घाट के लिए छोड़ दी थी। अब यूआईटी श्मशान की जमीन को बेचना चाहती है। जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जन मानस में गुस्सा है। सरकार व प्रशासन ने नहीं सुनी तो जनता रोड पर आ जाएगी। यूआईटी के दफ्तर को आग लगा देंगे।

आमजन की मांग को देखते हुए करेंगे सही निर्णय :-
जनता का दबाव देखते हुए यूआईटी सचिव स्नेहल का यह कहना पड़ा कि यहां टीनशेड केवल डेढ़ साल पहले लगा है। आसपास में श्मशान घाट हैं। उस जगह को विकसित करा दिया जाएगा। आमजन की मांग को देखते हुए सही निर्णय करेंगे। ताकि किसी को भी परेशानी नहीं हो।
