मीनेश चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। राजस्थान पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जिसका नेताओं के साथ-साथ बड़े-बड़े अफसरों से भी मधुर संबंध होता है। इसी शह से वो मेहनत से जमा किए हुए मीडिल क्लास लोगों से फ्लैट के नाम पर लाखों रुपए लेकर उन्हें एक अनचाहे विवाद में फंसा देता था।
बीएमडब्ल्यू कार से कचरा फेंकने जा रहा था आरोपी
गौरतलब है कि दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, जयपुर, लखनऊ सहित अन्य मेट्रो शहरों में फ्लैट खरीदने-बेचने के नाम पर बड़ी धांधली हो रही है। इस धांधली में बड़े-बड़े खिलाड़ी शामिल होते हैं। जिनका नेताओं के साथ-साथ बड़े-बड़े अफसरों से भी मधुर संबंध होते हैं। इसी शह में वो मेहनत से जमा किए हुए मीडिल क्लास लोगों से फ्लैट के नाम पर लाखों रुपए लेकर उन्हें एक अनचाहे विवाद में फंसा देते हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी ऐसे कई नटवरलाल हैं। बुधवार को जयपुर पुलिस ने एक ऐसे ही नटवरलाल को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान देवेंद्र सिंघल उर्फ देवेंद्र सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे बुधवार सुबह उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह अपनी बीएमडब्ल्यू कार से कचरा फेंकने जा रहा था।
फ्लैट खरीदने के नाम पर 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी
देवेंद्र सिंघल की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। उसके खिलाफ जयपुर के मुहाना थाने में लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने फ्लैट खरीदने में धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि फ्लैट बेचने के नाम पर देवेंद्र ने 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। पहले से बेचे हुए फ्लैट को आरोपी ने लक्ष्मण समेत तीन अन्य लोगों को बेचा।
अलग-अलग बैंक और फाइनेंस कंपनी से लिए करोड़ों के लोन
पुलिस शिकायत के अनुसार आरोपी देवेंद्र सिंघल ने बेचे गए फ्लैट पर चार बैंकों और फाइनेंस कंपनी से करोड़ों रुपए का लोन भी उठा रखा था। बताया जाता है कि एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेचने में देवेंद्र सिंघल माहिर है। इनसे इस तरह धोखाधड़ी के लिए एक गैंग बना रखी थी। गैंग में शामिल लोगों के नाम से एक ही फ्लैट की बार-बार रजिस्ट्री कराता है।
पुलिस गिरफ्त में देवेंद्र सिंघल
उक्त रजिस्ट्री पर अलग-अलग बैंकों से करोड़ों का लोन उठा लेता है। देवेंद्र सिंघल करोड़ों रुपए का 10 से ज्यादा बैंकों और फाइनेंस कंपनी को भी चूना लगा चुका है। बताया गया कि जो फ्लैट वजूद में ही नहीं है, उसपर भी देवेंद्र ने बैंकों से लोन उठा रखा था।
कई बड़े पुलिस अफसरों से भी संबंध
देवेंद्र के पुलिस बेड़े के कई बड़े IPS अधिकारियों के साथ संपर्क बताया जा रहा है। जिसके दम पर वो धोखाधड़ी कर रहा था। मुहाना थाने के एएसआई करण सिंह ने अपनी जांच में देवेंद्र को दोषी माना है। देवेंद्र की गिरफ्तारी के बाद थाने में खाकी वर्दी वाले कई नुमाइंदों समेत कई पीड़ितों की लाइन लग गई।