रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। राजस्थान की राजनीति में भूचाल आने की प्रबल संभावना बनी हुई है। एक तरफ कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा और दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दिल्ली दौरा। यह दोनों बातें राजस्थान की राजनीति के लिए शुभ संकेत नहीं दे रहे हैं। इस्तीफा देने के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना पहली बार अपने अपने निर्वाचन क्षेत्र सवाई माधोपुर पहुंचे।
सवाई माधोपुर स्थिति सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर क्षेत्रवासियों की विभिन्न समस्याओं/शिकायतों से अवगत होकर संबंधित जिम्मेदारों को निराकरण हेतु निर्देशित किया।
गौरतलब है कि राजनीति का मौसम एक अलग किस्म का होता है। कब, कैसे, किस स्थान और समय पर कौनसी घटना घटित हो जाए, इसके बारे में दिग्गज राजनीतिक पंडित भी अंदाजा नहीं लगा सकते हैं।
आपको बता दें, स्तीफा देने के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा कारण स्पष्ट करने के लिए दिल्ली दरबार में पहुंचे थे और भाजपा हाईकमान के समक्ष ‘ रघुकुल रीत सदा चली आई। प्राण जाए पर वचन न जाई।। ‘ वाली रामायण की चौपाई को दोहराया था, तब भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को 10 दिन बाद दिल्ली आने के लिए कहा था। उसके बाद राजस्थान के राजनीति में नया भूचाल आ गया।
इसी बीच किरोड़ी लाल मीना एक शादी समारोह में अपने समर्थकों से घिरे मजा करते दिखते। उनके करीबी राजेश गोयल चक्की वाले के भतीजे निश्चल की शादी थी। जिसमें वे फिल्मी गाने पर धीरे-धीरे थिरकते और फुलझड़ी गन से फायर कर आतिशबाजी कर नजर आए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
हाल ही में उन्होंने दिल्ली जाने को लेकर कहा था कि जब हाई कमान उन्हें दिल्ली बुलायेगा, तब ही तो वे दिल्ली जाएंगे। उनके कहने से क्या होता है, कोई बुलायेगा तभी तो जाएंगे। दरअसल, लोकसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान में भाजपा की हार के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए डॉक्टर किरोडी लाल मीना ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वह पहली बार सवाई-माधोपुर पहुंचे थे।
कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मीना पहली बार सोमवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सवाई माधोपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली बुलावे से जुड़े सवाल पर बड़ी बात कही। किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि जब हाई कमान उन्हें दिल्ली बुलायेगा। तब ही तो वे दिल्ली जाएंगे।
ये रहा कारण…
बताते चले कि किरोड़ी लाल मीना ने 4 जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। वहीं, इससे पहले उन्होंने सरकारी गाड़ी और विभाग जाना बंद कर दिया था। जिसकी वजह यह रही कि पूर्वी राजस्थान की 7 में से 4 सीटों पर भाजपा की हार गई। जिसकी जिम्मेदारी लेते हुए मीना ने इस्तीफा सौंप दिया।