कोर्ट के 2 बाबू सहित तीन लोगों को एस.ओ.जी. ने किया गिरफ्तार

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मीनेश चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख


जयपुर। राजस्थान के स्वायत्त शासन विभाग में अधिशासी अधिकारी तथा राजस्व अधिकारी के पदों पर हुई भर्ती के पेपर लीक केस में एसओजी ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। इसमें चीटिंग करवाने के मामले में पकड़े गए दो न्यायालय के कर्मचारी है। एग्जाम पास करवाने के लिए उन्होंने अपने तीसरे साथी की मदद की थी। एसओजी टीम ने तीनों आरोपियों को शुक्रवार कोर्ट में पेश कर चार दिन का रिमांड लिया है। एसओजी टीम तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।


दो कोर्ट के कर्मचारियों की नौकरी लगी दांव पर –
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस व एसओजी) वीके सिंह ने बताया कि आरोपी दीपक प्रजापत (24) पुत्र मुरलीधर निवासी कुचेरा नागौर, रामप्रकाश (26) पुत्र राधाकिशन निवासी कुचेरा नागौर और विकेश कुमार मान (28) पुत्र सोहन लाल निवासी लुणकरणसर बीकानेर को गिरफ्तार किया है। आरोपी रामप्रकाश उदयपुर जिले के कोर्ट क्रम संख्या-2 में एलडीसी ग्रेड सेकेंड और विकेश कुमार मान डीजे कोर्ट जालोर में लिपिक ग्रेड सेकेंड के पद पर कार्यरत है। इस तरह दीपक प्रजापत को अधिशासी अधिकारी बनने के चक्कर में दो कोर्ट के कर्मचारियों ने अपनी नौकरी को दाव पर लगा दिया।


ब्लूटूथ से चीटिंग कर पास की थी एग्जाम –
ईओ/आरओ भर्ती परीक्षा-2022 में आरोपी दीपक प्रजापत ने ब्लूटूथ से चीटिंग कर एग्जाम पास की थी। आरोपी रामप्रकाश और विकेश कुमार ने ब्लूटूथ से चीटिंग करवाने में मोबाइल सिमकार्ड उपलब्ध करवाए।


दिसंबर 2023 में हुई थी पात्रता की जांच –
आपको बता दें, राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 14 मई-2023 को राजस्व अधिकारी (RO) सेकेड ग्रेड और अधिशाषी अधिकारी (EO) चतुर्थ लेवल भर्ती परीक्षा-2022 का आयोजन हुआ था। प्रदेश में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दो पारियों में यह परीक्षा करवाई गई थी। लिखित परीक्षा के आधार पर चयनित 111 अभ्यर्थियों को 11 दिसंबर से 13 दिसंबर-2023 के बीच राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से काउंसलिंग के माध्यम के लिए बुलाया गया था। इस दौरान आरपीएससी अधिकारियों ने पात्रता जांच शुरू की। इसमें कुछ अभ्यर्थियों के डाक्युमेंट और काउंसिलिंग के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर शक हुआ था।


ब्लूटूथ के जरिए करवाई गई थी नकल –
एग्जाम में मास्टर माइंड पोरव कालेर व तुलछाराम कालेर की ओर से कैंडिडेट्स को ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करवाई गई थी। साल-2024 में एसओजी की ओर से अनुसंधान कर 23 व्यक्तियों को अरेस्ट किया जा चुका है। एस.ओ.जी. के अनुसार राजस्थान प्रदेश के विभिन्न जिलों से आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। नागौर में एसओजी की 9 टीमों ने छापेमारी करते हुए मेड़ता खजवाना से 5 संदिग्धों को पकड़ा, जबकि चूरू जिले में 2 टीमों ने छापेमारी कर 1 संदिग्ध युवती को पकड़ा। इसी प्रकार जयपुर में टीम ने एक युवती को पकड़ा तो हनुमानगढ़ जिले में 2 टीमों ने 2 युवकों को पकड़ा। बीकानेर जिले में की 8 टीमों ने एक युवती सहित 8 संदिग्ध पकड़े गए और जोधपुर जिले में 4 टीमों ने 2 युवतियों सहित 4 संदिग्धों को पकड़ा। ऐसे ही सीकर जिले में एसओजी की 1 टीम ने छापा मारकर 2 संदिग्धों को पकड़ा। इस प्रकार अब तक कल 23 आरोपियों को एसओजी ने गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश कर चुके हैं।

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