3000 के फास्टैग पास का फायदा देश के कई शहरों को नहीं मिलेगा :: कई हाईवे और एक्सप्रेसवे राज्य या निजी कंपनियां कर रही हैं ऑपरेट

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रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख

नई दिल्ली (एजेंसी)। सड़क परिवहन मंत्रालय ने तीन हजार रुपए सालाना पास का ऐलान किया है। इससे सालभर में आप 200 ट्रिप एनएच के टोल प्लाजा से फी में गुजर सकते हैं। इससे उन लोगों को फायदा होगा, जो एनएच के टोल से गुजरते हैं, लेकिन देश में बहुत से एक्सप्रेस-वे और हाईवे ऐसे हैं, जिन पर आपको टोल चुकाना होगा। देश में कई हाईवे और एक्सप्रेसवे राज्य सरकारों या बीओटी मॉडल के तहत निजी कंपनियों द्वारा ऑपरेट किए जा रहे हैं।


राज्य सरकार की परियोजना में नया फास्टैग नियम इस पर लागू नहीं होगा >>>

बता दें यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुदेलखंड एक्सप्रेसवे, और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के तहत इसी तरह, महाराष्ट्र में मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे भी एमएसआरडीसी द्वारा बीओटी मॉडल पर आपरेट हैं। ये सभी परियोजनाएं एनएचएआई से अलग हैं, इसलिए इन पर नया फास्टैग नियम लागू नहीं होगा। यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण राज्य के अधिकांश एक्सप्रेसवे का निर्माण और संचालन करता है। यूपी में गंगा एक्सप्रेसवे, लंबाई 594 किमी यह राज्य सरकार की परियोजना है, इसलिए नया फास्टैग नियम इस पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की लंबाई-340.8 किमी है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की लंबाई 296 किमी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की लंबाई 302 किमी शामिल है।

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा ऑपरेट सड़कों पर नहीं लागू >>>

वहीं मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, जिसे यशवंतराव चव्हाण एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा ऑपरेट किया जा रहा है। यह भारत का पहला छह लेन एक्सप्रेसवे है, जिसका निर्माण बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल के तहत किया गया है चूंकि यह एनएचएआई के तहत नहीं आता है इसकी लंबाई 94.5 किमी है। मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे लंबाई 701 किमी, मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे की लंबाई 379 किमी है।

शिवमोग्गा-हावेरी एक्सप्रेसवे पर नहीं लागू >>>

कर्नाटक सड़क विकास निगम लिमिटेड और सार्वजनिक निर्माण विभाग प्रमुख परियोजनाओं का प्रबंधन करते हैं। बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे लंबाई 119 किमी, शिवमोग्गा-हावेरी एक्सप्रेसवे लंबाई 200 किमी प्रस्तावित है।

तमिलनाडु सड़क विकास कंपनी और राज्य राजमार्ग विभाग प्रमुख परियोजनाएं संचालित करते हैं। चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे-लंबाई-262 किमी (तमिलनाडु हिस्सा) ईस्ट कोस्ट रोड (ईसीआर)-लंबाई 160 किमी है। वहीं गुजरात राज्य सड़क विकास निगम कई परियोजनाएं संभालता है। अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे-दलंबाई 93.1 किमी, राजकोट-जामनगर एक्सप्रेसवे लंबाई 117 किमी है आंध्र प्रदेश में अमरावती-अनंतपुर एक्सप्रेसवे (176 किमी, निर्माणाधीन)। केरल का कोच्चि-मदुरै एक्सप्रेसवे (227 किमी, प्रस्तावित) है।

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