जयचंदों के कारण भाई का कर्ज नहीं चुका पाया : डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा

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मीनेश चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख


दौसा। उप चुनाव के दौरान भाई को जीत नहीं दिलाने का दुःख किरोड़ी लाल को सता रहा है।
गौरतलब है कि शनिवार के शाम होते-होते दौसा सीट से भाई जगमोहन मीणा की हार के बाद मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा का दर्द फूट पड़ा है। किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लगातार छह पोस्ट करके अपनी ही पार्टी के लोगों पर हरवाने का इशारा करते हुए भीतरघात के आरोप लगाए हैं। किरोड़ी ने बीजेपी के नेताओं पर भी इशारों में गंभीर आरोप लगाए हैं। एक हिसाब से देखा जाए तो यह कहना गलत ना होगा कि दौसा की जनता ने डॉक्टर किरोडी लाल मीणा का वास्तविक कर्ज नहीं चुकाया।

चुनाव हारने के बाद मतगणना केंद्र से बाहर निकलते हुए जगमोहन मीणा


मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा : डॉ. किरोड़ी लाल
अपनी आत्मा की पीड़ा को उजागर करते हुए किरोड़ी ने लिखा कि “मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है। मुझमें बस एक ही कमी है कि मैं चाटुकारिता नहीं करता। इसी प्रवृत्ति के चलते मैंने राजनीतिक जीवन में बहुत नुकसान उठाया है। भाई का कर्ज नहीं चुका पाया।”

राम लक्ष्मण की जोड़ी डॉक्टर किरोडी लाल और जगमोहन मीणा


वोटों की भीख घर-घर जाकर मांगी, फिर भी कुछ लोगों का दिल नहीं पसीजा :-
ट्विटर पर एक पोस्ट में डॉक्टर किरोडी लाल में लिखा कि मुझे राजनीति करते हुए 45 साल हो गए। राजनीति के सफर के दौरान सभी वर्गों के लिए संघर्ष किया। जनहित में सैकड़ों आंदोलन किए। साहस से लड़ा। बदले में पुलिस के हाथों अनगिनत चोटें खाईं। आज भी बदरा घिरते हैं तो समूचा बदन कराह उठता है। मीसा से लेकर जनता की खातिर दर्जनों बार जेल की सलाखों के पीछे रहा। संघर्ष की इसी मजबूत नींव और सशक्त धरातल के बूते दौसा का उपचुनाव लड़ा। जनता के आगे संघर्ष की दास्तां रखी। घर-घर जाकर वोटों की भीख भी मांगी। फिर भी कुछ लोगों का दिल नहीं पसीजा। इस पोस्ट से यह बात साफ हो जाती है कि जनता ने डॉक्टर किरोड़ी मीणा का सिर्फ मिसयूज किया है।


भीतरघातियों ने मेघनाद बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर शक्ति बाण चला डाला : डॉक्टर किरोडी लाल मीणा
राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी ने आगे लिखा कि भीतरघाती मेरे सीने में बाणों की वर्षा कर देते तो मैं दर्द को सीने में दबा सारी बातों को दफन कर देता, लेकिन उन्होंने मेघनाद बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर शक्ति का बाण चला डाला। साढ़े चार दशक के संघर्ष से न तो हताश हूं, न ही निराश। पराजय ने मुझे सबक अवश्य सिखाया है, लेकिन विचलित नहीं हूं। आगे भी संघर्ष के इसी पथ पर बढ़ते रहने के लिए कृत संकल्प हूं।

उपचुनाव के नतीजे


जयचंदों के कारण भाई का कर्ज नहीं चुका पाया – किरोड़ी
अपने मन की भड़ास निकालते हुए डॉक्टर किरोड़ी ने लिखा कि गरीब, मजदूर, किसान और हरेक दुखिया की सेवा के व्रत को कभी नहीं छोड़ सकता। हृदय में एक पीड़ा अवश्य है। यह बहुत गहरी भी है। पल-पल सताने वाली भी। जिस भाई ने परछाई बनकर जीवन भर मेरा साथ दिया, मेरी हर पीड़ा का शमन किया। कर्ज चुकाने का मौका आया तो कुछ जयचंदों के कारण मैं उसके ऋण को चुका नहीं पाया। जिसका मुझे बड़ा खेद है।


मैं चाटुकारिता नहीं करता, यही सबसे बड़ी कमी है मुझ में – डॉक्टर किरोड़ी
राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री किरोड़ी मीणा ने पोस्ट में लिखा कि मुझमें बस एक ही कमी है कि मैं चाटुकारिता नहीं करता और इसी प्रवृत्ति के चलते मैंने राजनीतिक जीवन में बहुत नुकसान उठाया है। स्वाभिमानी हूं। जनता की खातिर जान की बाजी लगा सकता हूं। गैरों में कहां दम था, मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है।


दुःख भरी पोस्ट लिखने के लिए मजबूर :-
इन सभी पोस्टों से यही नतीजा निकल कर सामने आता है कि जहां लाखों लोगों की भीड़ अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को आगे करके अपना मनचाहा फायदा जयचंदों ने उठाया है।  इसी चीज को याद करने पर डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने दुःख भरी पोस्ट लिखने के लिए मजबूर कर दिया।

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