मीनेश चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग पीटीआई भर्ती परीक्षा की जांच पूरी हो गई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 312 को अपात्र माना है। इनमें से 254 पीटीआई को नौकरी से निकलने के लिए राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग को लिखा गया है।
312 में से 254 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में कई तरह की गड़बड़ियां
गौर तलब है कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 321 ऐसे अभ्यर्थियों की जांच पूरी कर ली है, जिनके दस्तावेज मिसमैच थे। इनमें से 312 के दस्तावेजों में गड़बड़ी मानी है और इनको भर्ती के लिए अपात्र माना है। गुरुवार को हुई बोर्ड की बैठक में तय हुआ कि 312 में से 254 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में कई तरह की गड़बड़ियां हैं, इसलिए यह अभ्यर्थी अपात्र घोषित करने के योग्य हैं। इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अभिशंषा बोर्ड पहले ही कर चुका था, इसलिए बोर्ड ने अब माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को इनके दस्तावेजों की जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
58 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों को फेक और गलत तथ्यों पर आधारित
मुझे की बात यह है कि जांच कमेटी ने 58 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों को फेक और गलत तथ्यों पर आधारित माना है। इस कारण इन 58 अभ्यर्थियों को भी इस भर्ती के लिए अपात्र घोषित कर दिया। बोर्ड ने इनकी अभिशंषा नहीं की थी। ऐसे में अब इनका चयन नहीं हो पाएगा। बोर्ड का कहना है कि अभी भी कई अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच चल रही है। जांच के बाद इनमें भी कई अपात्र हो सकते हैं।
बच्चों को एडमिशन दिलाते समय दलालों से रहे दूर – बोर्ड अध्यक्ष
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज का कहना है कि अपात्र योग्य माने गए अभ्यर्थियों को लेकर शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जाएगा। इसके बाद विभाग ही इनके बारे में निर्णय करेगा। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों को एडमिशन दिलाते समय बहुत ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मामलों में दलालों से बचना चाहिए। वरना भविष्य में परेशानी खड़ी हो सकती है।