संघ लोक सेवा आयोग की अध्यक्ष बनीं प्रीति सूदन

0
19

रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख


नई दिल्ली। भारत सरकार ने प्रीति सूदन को संघ लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया। 1983 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी प्रीति सूदन पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव रही हैं। वे आज से पदभार संभालेंगीं।


37 साल का अनुभव, मिला था आंध्रप्रदेश कैडर


गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय समेत कई विभागों में 37 साल का अनुभव आंध्र प्रदेश कैडर की अधिकारी सूदन ने महिला एवं बाल विकास, रक्षा मंत्रालय और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में भी काम किया है। उन्हें प्रमुख बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और आयुष्मान भारत मिशन में अहम योगदान के लिए जाना जाता है। इसके अलावा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध पर कानून बनाने का क्रेडिट भी उन्हें ही जाता है।
श्रीमती सूदन ने तंबाकू नियंत्रण पर फ्रेमवर्क कन्वेंशन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के इंडिपेंडेंट पैनल के मेंबर के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा, सूदन ने वर्ल्ड बैंक के साथ सलाहकार के रूप में काम कर चुकीं हैं। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से इकोनॉमिक्स में mphil और सोशल पॉलिसी एंड प्लानिंग में MSc की डिग्री हासिल की है।


मनोज सोनी ने पूजा खेडकर विवाद के बीच दिया था इस्तीफा

16 मई 2023 को संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी।


प्रीति सूदन की नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है, जब संघ लोक सेवा आयोग को पूजा खेडकर को लेकर विवाद का सामना करना पड़ रहा है। सूदन की पदोन्नति संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष महेश सोनी के अचानक इस्तीफे के बाद हुई है। सोनी ने हाल ही में व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे।
राज्यसभा सांसद ने कहा- विवादों के बीच पद से हटाया गया इस्तीफे की जानकारी आने के बाद मनोज सोनी ने कहा था कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों और आरोपों से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है। वहीं, कांग्रेस लीडर और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने चेयरमैन के इस्तीफे पर कहा है कि उन्हें संघ लोक सेवा आयोग से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया।
मनोज सोनी ने 16 मई 2023 को संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी।


संघ लोक सेवा आयोग लेता है नियुक्तियों की परीक्षा


संघ लोक सेवा आयोग भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक निकाय है। यह आयोग केंद्र सरकार की ओर से कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है।
संघ लोक सेवा आयोग का नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है। इसमें अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। सूदन की नियुक्ति के बाद भी आयोग में चार सदस्यों के पद रिक्त है। आयोग के हर एक सदस्य का कार्यकाल छह साल के लिए या 65 साल की उम्र तक होता है।