रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
नई दिल्ली । अब आपको आधार अपडेट कराने कि लिए आधार सेंटर जाने की जरूरत नहीं होगी। यूआईडीएआई ने एक ऐसा नया सिस्टम बनाया है, जिससे लोग घर बैठे ही अपने आधार में मोबाइल नंबर, पता, नाम और जन्मतिथि जैसी जानकारी अपडेट कर सकेंगे। यूआईडीएआई ने एक ऐप तैयार किया है, जो क्यूआर कोड के जरिए पूरा आधार शेयर करने की सुविधा देगा।

दस्तावेजों की जांच होगी आसान >>>
गौरतलब है कि नवंबर 2025 तक आधार में एड्रेस अपडेट, डिटेल वेरिफिकेशन और बायोमेट्रिक अपडेट जैसे काम घर बैठे ही संभव हो सकेंगे। नई टेक्नोलॉजी के जरिए यह सिस्टम जन्म प्रमाण पत्र, मैट्रिक सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेन, पीडीएस और मनरेगा जैसे डेटाबेस से पता और दूसरी जानकारी हासिल करेगा। इससे न केवल दस्तावेजों की जांच आसान होगी, बल्कि जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल भी रोका जा सकेगा। यूआईडीएआई बिजली बिल डेटाबेस को भी इस सिस्टम से जोड़ने की तैयारी कर रहा है, जिससे सिस्टम और भी सुलभ हो जाएगा। यह ऐप मोबाइल-टू-मोबाइल या ऐप-टू-ऐप आधार ट्रांसफर की सुविधा देगा। इससे होटल चेक-इन, ट्रेन यात्रा के दौरान पहचान सत्यापन और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन जैसे मामलों में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
करीब 18 करोड़ बच्चों का अपडेट होगा पूरा >>>
ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आधारधारक की सहमति के बिना डेटा शेयर नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा यूआईडीएआई बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट के लिए सीबीएसई और अन्य बोर्ड्स के साथ भी बातचीत कर रहा है। पांच से सात साल और फिर 15 से 17 साल की उम्र में बच्चों का बायोमेट्रिक डेटा अपडेट करना जरूरी होता है। इसके लिए यूआईडीएआई ने एक विशेष योजना भी तैयार की है, ताकि करीब 18 करोड़ बच्चों का अपडेट पूरा कराया जा सके।