मीनेष चन्द्र मीना
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मेड़ता भक्ति और शक्ति की धरती है। भक्त शिरोमणी मीराबाई की भक्ति अतुलनीय है। मीराबाई जैसे भक्तों और हमारे ऋषि-मुनियों ने इस देश को अध्यात्म और ज्ञान का केंद्र बनाया। मीराबाई ने भक्ति और अध्यात्म की अमृतधारा से भारत की चेतना को सींचा था।
श्री शर्मा शनिवार को नागौर के मेड़तासिटी में आयोजित 520वें मीरा महोत्सव एवं मेड़ता विधानसभा की बजट घोषणाओं के लिए आभार सभा को मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीराबाई की साधना स्थली और श्री गोविन्द स्वामी जी की जन्म स्थली रही ब्रज भूमि से उनका गहरा नाता रहा है। इसलिए भगवान श्री कृष्ण और भक्त मीराबाई से जुड़े हर उत्सव से उनका विशेष जुड़ाव है।
प्रधानमंत्री ने विरासत को विकास से जोड़ा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश की विरासत को विकास से जोड़कर भारत के प्राचीन गौरव को बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन में महाकाल लोक के निर्माण के माध्यम से देश में नए उत्साह का संचार किया है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने बजट में खाटूश्याम जी मन्दिर को भव्य बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
प्रदेश में धार्मिक स्थलों का हो रहा विकास एवं जीर्णोद्धार
श्री शर्मा ने कहा कि परिवर्तित बजट 2024-25 में मंदिरों के जीर्णोद्धार व धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा की है। इनमें हल्देश्वर महादेव मंदिर बालोतरा, कैलादेवी मंदिर व गंगा मंदिर भरतपुर, सालासर मंदिर चूरू, मेहंदीपुर बालाजी दौसा, राजरणछोड़ मंदिर जोधपुर, माताजी मावलियान मंदिर, गणेश मंदिर व जमवाय माता मंदिर जयपुर, डाढ़देवी मंदिर कोटा, सोमनाथ महादेव मंदिर पाली, गौतमेश्वर मंदिर प्रतापगढ़, करणी माता व नीमच माता मंदिर उदयपुर, जीणमाता शाकंभरी सीकर, मुरलीमनोहर मंदिर (द्वारिका) और राधामाधव मंदिर (जयपुर मंदिर) वृंदावन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कोरिडोर व सरोवर परिक्रमा मार्ग, तीर्थराज लोहार्गल, झुंझुनूं से बरखंडी पर्वत तक रोप वे और चौबीस कोस परिक्रमा मार्ग, रणछोड़राय खेड़ तीर्थ बालोतरा, श्री महावीर जी करौली, धुधलेश्वर महादेव बाड़मेर, मथुराधीश जी मंदिर कोटा, केशवराय मंदिर बूंदी, अम्बे माता मंदिर सिंदरू पाली, प्रेम सागर तालाब सवाई भोज मंदिर भीलवाड़ा और कपिल सरोवर (कोलायत) बीकानेर के सौंदर्यीकरण और आधारभूत सुविधाओं से संबंधित विकास कार्य करवाए जाएंगे।
प्रदेश में 300 करोड़ रुपये का बजट मंदिरों के लिए :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 300 करोड़ रुपये की लागत से गोविंददेव जी, मानगढ़ धाम, मेहंदीपुर बालाजी, रणकपुर जैन मंदिर, डिग्गी कल्याणजी, बेणेश्वर धाम, रामदेवरा, तेजाजी मंदिर (खरनाल), देवनारायणजी (आसींद), मचकुंड, जलदेवी मंदिर (रेलमगरा), गोवर्धन परिक्रमा मार्ग स्थित पूंछरी का लौठा, श्री बड़े मथुरेश जी व त्रिनेत्र गणेश मंदिर (रणथंभौर) आदि में सौंदर्यीकरण और सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
बजट में मेड़ता के विकास की घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र की जन आकांक्षाओं के अनुरूप योजनाओं एवं विकास कार्यों को बजट में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं के अनुसार इन्दावड में 132 केवी जीएसएस का निर्माण, मेड़ता रोड में नगर पालिका बनाने, मेड़ता सिटी में पॉलिटेक्निक महाविद्यालय खोलने, मेड़ता कृषि उपज मंडी के विस्तार, मेड़ता सिटी में जीरा प्रोसेसिंग प्लांट लगाने संबंधी कार्य किए जाएंगे।
बजट में रियांबड़ी-जडाऊकलां-जडाऊ, खुर्द-चावंडियाकलां-चावंडिया खुर्द एवं गोटन से साथिन (पीपाड़) तक सड़क का निर्माण कार्य की भी घोषणा की गई है। इसके अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मेड़ता सिटी को उप जिला चिकित्सालय में, प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय मेड़ता को बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में, पशु चिकित्सालय डांगावास को प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेण को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत किया जाएगा।
कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार बजट घोषणाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में बजटीय घोषणाओं के क्रियान्वयन की निरंतर समीक्षा की जा रही है। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि राज्य सरकार का इस वर्ष का बजट महिलाओं, युवाओं, किसानों सहित हर वर्ग के लिए समावेशी बजट है।
इस दौरान राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष श्री सीआर चौधरी, विधायक श्री अजय सिंह किलक, श्री लक्ष्मणराम व श्री बाबू सिंह राठौड़, पूर्व सांसद श्रीमती ज्योति मिर्धा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थिति रहे।